सामाजिक अंकेक्षण व ग्राम सभाः मनरेगा के संदर्भ में
हिम्मताराम
सामाजिक अंकेक्षण एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमें किसी योजना की निगरानी तथा मुल्यांकन के कार्य में सरकार के साथ-साथ जनता की भागीदारी सुनिष्चित की जाकर, योजना के क्रियान्वयन के सामाजिक तथा पर्यावरर्णाय प्रभावों का भी आंकलन किया जाता है, इससे न केवल विकास कार्यों में भागीदारी बढती है बल्कि यह भ्रष्टाचार को समाप्त करने एवं लोकतंत्र को मजबूत बनाने का एक अच्छा उपकरण है ।
हिम्मताराम. सामाजिक अंकेक्षण व ग्राम सभाः मनरेगा के संदर्भ में. International Journal of Social Research and Development, Volume 2, Issue 2, 2020, Pages 26-28